नई दिल्ली: छठ पूजा के समय बिहार और झारखंड की तरफ बढ़ती यात्रा मांग के चलते हवाई किरायों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। दिल्ली से पटना और दरभंगा की फ्लाइट्स के किराए अब दुबई, मलेशिया, बैंकॉक और सिंगापुर जैसी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी महंगे हो गए हैं। यह स्थिति यात्रियों के लिए चौंकाने वाली है, क्योंकि घरेलू उड़ानें अब अंतरराष्ट्रीय यात्रा से भी ज्यादा खर्चीली हो गई हैं।
छठ पूजा के कारण बढ़ी हवाई यात्रा की मांग
दीपावली के बाद छठ पूजा के लिए घर लौटने वाले यात्रियों की संख्या में तेजी से इजाफा होता है। खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों के लोग बड़ी संख्या में अपने घरों की ओर रुख करते हैं। यह वही समय होता है जब ट्रेन और फ्लाइट टिकट की भारी मांग देखी जाती है, और इसका सीधा असर हवाई किरायों पर पड़ता है।
छठ पूजा बिहार और झारखंड के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसके दौरान लाखों लोग गंगा और अन्य नदियों के घाटों पर सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जुटते हैं। इस समय हवाई यात्रा की मांग इतनी बढ़ जाती है कि हवाई किरायों में सामान्य से कई गुना वृद्धि देखी जाती है।
हवाई किरायों में कई गुना वृद्धि
नवंबर 4 और 5 के बीच दिल्ली से पटना के लिए फ्लाइट टिकटों की कीमतें ₹10,000 से ₹23,000 तक पहुंच चुकी हैं। एयर इंडिया की फ्लाइट में एक टिकट की कीमत ₹17,000 से ₹23,000 तक बताई जा रही है, जबकि इंडिगो की फ्लाइट के किराए ₹13,000 से ₹14,000 के बीच हैं। इसी तरह, मुंबई और सूरत जैसे अन्य प्रमुख शहरों से पटना और दरभंगा के लिए उड़ानों के किराए ₹13,000 से ₹18,000 तक बढ़ गए हैं।
सामान्य दिनों में जहां दिल्ली से पटना की टिकट ₹3,000 से ₹5,000 तक मिल जाती थी, वहीं अब यह किराया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी ज्यादा हो गया है। उदाहरण के लिए, दिल्ली से दुबई, मलेशिया, बैंकॉक और सिंगापुर के लिए उड़ानों के किराए ₹10,000 से ₹20,000 तक हैं, जो कि अब पटना और दरभंगा की उड़ानों से सस्ते हो गए हैं।
बढ़े हुए किरायों का कारण
छठ पूजा के समय बिहार और झारखंड लौटने वाले यात्रियों की संख्या हजारों में होती है, जो ट्रेनों और फ्लाइट्स को पूरी तरह भर देती है। बढ़ती मांग के चलते एयरलाइंस अपने किरायों को बढ़ा देती हैं। इसके अलावा, सीमित संख्या में उड़ानों के कारण भी टिकटों की कीमतों में वृद्धि होती है। यात्रा एजेंट राकेश अरोड़ा ने बताया कि त्योहारों के समय किरायों में बढ़ोतरी सामान्य है, लेकिन इस बार यह वृद्धि काफी ज्यादा है।
एजेंटों द्वारा उच्च शुल्क वसूलने के बावजूद टिकटों की उपलब्धता कम है, जिससे यात्रियों को ऊंची कीमतों पर टिकट खरीदनी पड़ रही है।
एयरलाइंस का रुख
एयरलाइंस कंपनियों का कहना है कि यह बढ़ोतरी अस्थायी है और छठ पूजा खत्म होते ही हवाई किरायों में फिर से गिरावट आएगी। यात्रा विशेषज्ञों का मानना है कि यात्रियों को त्योहार के समय पहले से बुकिंग करनी चाहिए ताकि वे इस भारी किराए से बच सकें।
अन्य विकल्प और यात्रा की मुश्किलें
उच्च हवाई किरायों के चलते कई लोग अब ट्रेन और बस के विकल्पों की ओर देख रहे हैं। हालांकि, ट्रेनों की सीटें भी पहले से बुक हो चुकी हैं, और यात्रा एजेंट भी किसी तरह की गारंटी नहीं दे पा रहे हैं। बहुत से यात्रियों के पास फ्लाइट टिकट बुक करने का ही विकल्प रह गया है, भले ही उन्हें इसके लिए महंगी कीमत चुकानी पड़े।
यह बढ़ा हुआ किराया खासकर उन यात्रियों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है जो त्योहार के लिए अपने घर लौटना चाहते हैं। जबकि छठ पूजा का समय भावनात्मक रूप से लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, इस आर्थिक बोझ से कई लोगों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हो रही हैं।
सामान्य होने की उम्मीद
हालांकि, यात्रा विशेषज्ञों और एयरलाइंस कंपनियों का मानना है कि यह किराए में बढ़ोतरी अस्थायी है और छठ पूजा के बाद किरायों में गिरावट आएगी। दीवाली के समय हवाई किरायों में 20-25% की गिरावट देखी गई थी, जिससे यात्रियों के लिए राहत की स्थिति बनी थी। उम्मीद है कि छठ पूजा के बाद भी यही ट्रेंड जारी रहेगा और किराए फिर से सामान्य हो जाएंगे।
निष्कर्ष
छठ पूजा के चलते दिल्ली से पटना की उड़ानों के किरायों में भारी उछाल देखा जा रहा है। इस समय घरेलू उड़ानें अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी महंगी हो गई हैं, जो कि त्योहार की मांग के कारण है। हालांकि, यह वृद्धि अस्थायी है, और त्योहार के बाद यात्रियों को सामान्य किरायों पर यात्रा करने का मौका मिलेगा।
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