नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का मिशन International Space Station (ISS) पर निर्धारित आठ दिनों से बढ़कर छह महीने का हो गया है

विलियम्स और उनके सहयोगी बैरी "बच" विलमोर की पृथ्वी पर वापसी में देरी हुई, क्योंकि बोइंग के Starliner spacecraft में तकनीकी खराबी आ गई थी।

हाल ही में जारी तस्वीरों में सुनीता विलियम्स का रूप पतला और कमजोर दिखाई दे रहा है, जो लंबे समय तक माइक्रोग्रैविटी में रहने के शारीरिक प्रभावों को दर्शाता है।

माइक्रोग्रैविटी के वातावरण में रहने से मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी, सूजन और दृष्टि पर प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही, शरीर में तरल पदार्थों का स्थानांतरण भी होता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, विलियम्स का चेहरा थोड़ा धंसा हुआ है, जो वजन घटने और कैलोरी की कमी का संकेत हो सकता है।

नासा अपने अंतरिक्ष यात्रियों की स्वास्थ्य स्थिति की निरंतर निगरानी करता है, जिसमें मेडिकल, न्यूट्रिशनल और मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं।

नासा की मेडिकल टीम अंतरिक्ष यात्रियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देती है, और पृथ्वी से उनके परिवारों से नियमित संपर्क सुनिश्चित करती है।

सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर की पृथ्वी पर वापसी फरवरी 2025 में SpaceX Dragon capsule के जरिए होने की उम्मीद है, जब उनकी स्वास्थ्य जांच की जाएगी।